Delivery के बाद माँ का शरीर बहुत कमजोर हो जाता हैं। लोग यह कहते हैं की प्रसव के बाद बच्चे के साथ माँ का भी नया जन्म होता हैं इसी लिए डेलिवरी के बाद माँ को अपने बच्चे के साथ साथ अपना खुद का भी ध्यान रखना जरुरी होता हैं। क्युकी बच्चे की ग्रोथ (Growth) और डेवलोपमेन्ट (Development) माँ के दूध पे ही निरभार होती हैं। यदि माँ अच्छा पौष्टिक आहार खाती है, अपने खान पान पे ध्यान देती है, तो उसका फायदा माँ के साथ साथ बच्चे को भी होता हैं।
जब में माँ बानी थी तब मैंने अपने खान पान पे बहुत ध्यान दिया था उसका लाभ अभी भी मुझे होरहा हैं। अभी मेरा बेटा अनीश १ साल का है पर उसे कभी भी ब्रैस्ट मिल्क यानि माँ के दूध की कमतरता नहीं हुई और ना ही वह ६ महीने तक कभी बीमार पढ़ा । नहीं तो आज कल की माँ का दूध बचे के जन्म से ही कम रहता हैं और फिर बच्चे को फार्मूला मिल्क देना शुरू करना पढ़ता हैं।
डिलीवरी (Delivery) के बाद आपकी सेहत अच्छी रहे उसके लिए आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए ये मेरा अनुभव (Experience) में आपके साथ शेयर (Share) कर रही हु उम्मीद करती हु की आपको इससे लाभ होगा।
प्रसव के बाद खान पान (Food To Eat After Delivery For Indian Mother)
पहली बार माँ बनने वाली स्त्री को डिलीवरी के बाद ये प्रश्न जरूर पढता ही हैं की Delivery Ke Baad Kya Khana Chahiye? ताकि माँ और बच्चे की सेहत अच्छी रहे।
प्रसव के बाद माँ ने सव्वा महीना (45 Days) सातविक आहार लेना जरुरी हैं ताकि माँ और बच्चे का स्वास्थ अच्छा रहे। घरमे बनाया गया देसी गाय का घी और मख्खन तो खाने में होना ही चाहिए। सोजी घी-गूढ़-शक़्कर डालके बनाया गया हलवा शिरा माँ ने रोज खाना चाहिए।
पारम्पारिक तरीके से बनाया गया गोंद (डिंक) का लड्डू भी रोज खाना चाहिए। लड्डू के लिए गोंद (डिंक) अच्छे Quality का होना जरुरी है। गोंद के लड्डू खाने से शरीर की हड्डिया मजबूत होती है, पीठ दर्द कम होता हैं और शरीर की कमजोरी भी दूर होने में मदत मिलती हैं। जब तक बच्चा माँ का दूध पिरहा है तब तक गोंद के लड्डू खाना चाहिए।
इसी के साथ घी में भुने हुए मेथी देने के लड्डू भी पहिले सव्वा महीना खाना अच्छा होता है। इससे गर्भाशय ठीक होने में मदत मिलती है और माँ का दूध शुद्ध रहने में भी मदत मिलती है।
आलिव के बीज भी पोषक होते है और माँ का दूध बढ़ाने में मदत करते है। इसलिए आलिव दूध शक्कर और घी में बनाई गई खीर या आलिव नारियल के लड्डू खाने चाहिए।
माँ को पर्याप्त दूध आने के लिए उसे दूध पीना भी जरुरी हैं। दिन भर में २ से ३ कप दूध शतावरी कल्प डालके लेना चाहिए। उसी के साथ रोज सुबह पंचामृत और पानी में भिगोए हुए बादाम भी लेना चाहिए इसका लाभ माँ को तो होगा ही उसी के साथ माँ के दूध से बच्चे को भी लाभ होगा।
Delivery Ke Baad Konsi Sabji khaye (Vegetables To Eat After Delivery)
डिलीवरी के बाद माँ ने घर का शुद्ध देसी गाय के घी में बनाई गई फल सब्जिया खानी चाहिए। जैसे की आप कद्दू (pumpkin), लौकी (bottle gourd), गिलके (sponge gourd), तोंडली (Ivy Gourd), करेला (bitter gourd), पडवड परवर, भिन्डी (ladyfinger) आदी फल सब्जिया रोज खा सकते हैं। कभी कबार हप्ते में २ बार आप उबले हुए आलू की सब्जी भी खा सकते हैं।
इसी के साथ आप पालक(Spinach), चौलाई(amaranthus),लाल चौलाई(Red amaranthus), मेंथी (fenugreek) ये हरी सब्जिया खा सकते हैं।
सलाद में आप खीरा (कुकुम्बर),गाजर(carrot), मूली (radish ), चुकंदर (Beet root ) ये सब्जिया खा सकते हैं पर इन में से गाजर और बिट भाप (Steamed) देके थोड़ा पके हुए चाहिए।
Delivery Ke Baad Sabji me konse Masale Dale (Spices To Eat After Delivery)
वैसे तो डेलिवरी के बाद माँ ने बहुत ज्यादा तीखा और मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए। पर कुछ मसाले प्रसव के बाद माँ के शरीर के लिए उपयोगी होते है।
इसी लिए मसालों में जीरा, हल्दी, धना पाउडर, मेथी के बीज, अदरक, नारियल, आमसुल, अजवाइन, हींग, काली मिर्च, दालचीनी, तेज पत्ता, धनिया ये सारे मसालो का उपयोग सब्जी में करना चाहिए। इस मेसे जीरा और हल्दी का उपयोग ज्यादा करना चाहिए क्युकी जीरा और हल्दी माँ का दूध शुध्द करने में और बढ़ाने में मदत करते हैं।
Delivery Ke Baad Sabji ke Sath konse Anaj khaye (Grains To Eat After Delivery)
डिलीवरी के बाद सिर्फ सब्जिया नहीं बलकि दल भी खाना जरुरी है। दलों में आप मूंग की दाल रोज खाना चाहिए और अरहर की दाल भी आप कभी कबार बिच में खा सकते हैं।
आप चावल भी खा सकते हैं। चावल को ज्यादा पानी में पकाना है और खाने में चावल बहुत नरम मुलायम होना चाहिए। चावल के जगह पर कभी कबार सोजी भी खानी चाहिए।
रोटी में आप गेहूं की रोटी खा सकते है। हो सके तो रोटी कम खाए। रोटी खाते समय ये ध्यान देना हैं की आप रोटी को दाल में नरम (soft) करके खाए।
delivery ke baad konsa Fal (Fruit) khana chahiye (Fruits To Eat After Delivery)
नाश्ते में या दोपर के टाइम में कभी कबार फल खा सकते हैं। फलो में आप सेब (Apple), अनार (Pomegranate), पपीता (Papaya), नारियल पानी (Coconut water), मीठे अंगूर (Sweet Grapes) ये खाये तो समस्या नहीं हैं।
डिलीवरी के बाद क्या Nahi खाना चाहिए (Food To Avoid After Delivery)
फलियां और दालो में लोबिया, छोले, राजमा, चना दाल, ऐसे पचने पे भारी वस्तु न खाए।
सब्जियों में शिमला मिर्च, गवार फल्ली, हरी प्याज, पत्ता गोभी, फूल गोभी ऐसे वात बढ़ने वाले सब्जिया और लहसुन, प्याज, बैंगन, जैसे तामसिक सब्जिया न खाए। इसी के साथ रतालू, कटहल, मशरूम, गांठ गोभी जैसे पचने में भारी सब्जिया नहीं खाना चाहिए।
फलो में आम, अननस ,इमली, संतरा जैसे खट्टे फल और सीताफल, चीकू, अमरूद नहीं खाना चाहिए।
अंडे, मांसाहार जादा दिन का या बचा हुआ खाना ऐसे तामसिक वस्तू नहीं खाना चाहिए। मांसाहार पचने में भरी होने के कारण इसे शुरुवाती १५ दिन बिलकुल नहीं खाना चाहिए।
खट्टा दही,मीठी लस्सी, श्रीखंड, किण्वित पदार्थ (fermented food), आम का अचार, ठंडा फ्रीज़ का पानी, कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम जैसे ठंडी वस्तु, पानीपुरी , पावभाजी जैसे फ़ास्ट फ़ूड ये सब डिलीवरी के बाद माँ ने बिलकुल नहीं खाना चाहिए।
डिलीवरी के बाद कितना पानी पीना चाहिए (Drinking Water After Delivery)
डेलिवरी के बाद माँ ने गुनगुना गरम पानी पीना चाहिए। आपको जितना जरुरी हैं उतना पानी पीना चाहिए। पानी आपको धीरे धीरे पीना हैं एक साथ बहुत सारा पानी नहीं पीना चाहिए। दिन भर का पिने का पानी २० मिनिट उबाल के रखना जरुरी हैं। दिन में कम से कम ८ गिलास पानी पीना चाहिए।
Postnatal Diet Chart for Indian Mothers after Normal and Caesarean Delivery (In Hindi)
यह डाइट चार्ट आपको डिलीवरी के बाद ४५ दिनों के लिए फॉलो करना हैं उसके बाद आप अपने पसंद का खाना थोड़ा थोड़ा करके शुरू कर सकते हैं।
आहार (Meal) | समय (Time) | दिनचर्या (Daily Routine) |
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Meal 1- जागने के 15 मिनट के भीतर (Within 15 min of wakeup) | 6.30 AM-8 AM | 1 गिलास गुनगुना पानी (1 glass lukewarm water), भिगोए हुए 5 बादाम और 11 मनुक्का (5 Soaked Almonds And 11 Black Raisins) और पंचामृत |
Meal 2- सुबह का नाश्ता (Breakfast) | 7.30 AM – 9 AM | 1 गिलास गुनगुना पानी (1 glass lukewarm water), सूजी का हलवा/ दलिया/उपमा/अलिव की खीर/Oats |
Meal 3 | 9.30 – 11 AM | नारियल पानी (coconut water) |
Meal 4- दोपहर का भोजन (Lunch) | 11 AM – 2 PM | 1 गिलास गुनगुना पानी (1 glass lukewarm water), रोटी, एक फल सब्जी (कद्दू / लौकी / गिलके / तोंडली / करेला / परवर/ भिन्डी), एक हरी पत्ते की सब्जी (पालक/ चौलाई,लाल चौलाई/ मेंथी), दाल (मूंग की दाल), चावल, घी (देसी गाय का घी) और सलाद |
Meal 5 | 1 PM – 3 PM | 1 गिलास गुनगुना पानी (1 glass lukewarm water), गोंद (डिंक) का लड्डू /मेथी देने के लड्डू/आलिव नारियल के लड्डू |
Meal 6 | 4 PM- 6 PM | सेब (Apple)/ अनार (Pomegranate)/पपीता (Papaya)/ मीठे अंगूर (Sweet Grapes) |
Meal 7- रात का खाना (Dinner) | 7 PM-8.30 PM | 1 गिलास गुनगुना पानी (1 glass lukewarm water), दाल,चावल, घी और सलाद |
Meal 8- सोने के समय (Bedtime) | 11 बजे से पहले (Before 11 PM) | 1 कप दूध शतावरी कल्प के साथ या हल्दी वाला दूध |
अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल (Frequently Asked Questions In Hindi)
प्रसव के बाद आपको कुछ दिनों तक पचने में हल्का खाना खाना चाहिए और चिकन पचने भारी होती है।
डिलीवरी के बाद आप अनार खा सकती है।
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