सभी माता पिता अपने बच्चो को लेकर हर बात के लिए Concern होते है। और अगर हमारा बच्चा बार बार उलटी करे या मुँह से दही जैसा कुछ निकले या दूध पलट दे तो ये और भी परेशानी वाली बात बन जाती है।
जब मेरा बीटा अनीश छोटा था तो उसको भी उल्टी होने की Problem होती थी तो मैंने कुछ बातो पे ध्यान दिया जिन बातो से मुझे काफी Help मिली जो में आज आपके साथ Share कर रही हु।
हम ये देखते है की बच्चो का उलटी करना शुरू के छह महीनो में ज्यादा होता है। पर क्या हमें परेशान होने की जरूरत है? Actual में इसका जवाब है बिल्कुल भी नहीं।
यह जो उल्टी करना है जैसे की आपका Baby पनीर जैसा कुछ या दही जैसा कुछ मुंह से निकाल रहा है तो यह डॉक्टर के हिसाब से बिल्कुल Normal माना जाता है।
99% बच्चों को यह जो Problem है उलटी होने की शुरू के महीनों में रहती ही है। अगर आप किसी भी Parents से सुनेंगे तो यह Problem हर बच्चे को रहती ही हैं Specially शुरू के महलों में।
50% बच्चों को यह Problem 6 महीने तक होती है और 5 % से 10 % बच्चों को यह उलटी होने की Problem 1 साल तक भी रहती है।
तो यह बिल्कुल नॉर्मल माना जाता है अगर आप इस Problem को लेकर डॉक्टर के पास जाएंगे तो आपको डॉक्टर वापस भेज देंगे यह बोलकर कि यह बिल्कुल Normal है जब तक ऐसी कुछ Signs या Symptoms ना दिखाई दे जो मैं आपको इस आर्टिकल में बताने वाली हूं, जो बिल्कुल Red Alert Sign है तब तक आप को परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है।
बच्चों को उल्टी होना क्या होता है? | Baby Ka Ulti Karna Hota Kya Hai?
दही जैसा, पनीर जैसा या कुछ गाढ़ा गाढ़ा दूध अगर बच्चा मुंह से निकाल रहा है तो उसको उल्टी बोला जाता है। और बच्चो में यह बिल्कुल Normal माना जाता है।
अगर आपका Baby पूरा का पूरा दूध ही निकाल रहा है जैसे हमें पता है कि हमने जो दूध दिया है उसकी क्या Consistency है और कितना पतला है तो बच्चा पूरा का पूरा दूध ही निकाल रहा है तब आप को Worry करने की जरूरत है क्योंकि उस Case में Problem कुछ और हो सकती है तो यह एक Problem है जो आपको ध्यान रखना जरुरी होता है।
बच्चे को उल्टी कब होती है?
यह कभी भी हो सकती है कहीं बार डकार (Burp) लेने के बाद भी होती है। हमें लगता है की बच्चे ने डकार तो ले लिया है अब उसको ऐसा क्यों हो रहा है पर ये Normal है उल्टी डकार (Burp) लेने के बाद भी हो सकती है और जब आप दूध पीने के बाद बच्चों को तुरंत उठाते हैं तब भी उसको उल्टी हो सकती है। या दूध पिने के कुछ देर बाद भी उल्टी हो सकती है। तो यह दिन में कभी भी हो सकती है और ये बिलकुल Normal माना जाता है।
बच्चों में उल्टी होने के कारण
- सुरुवात के महीनो में बच्चे की Digestive System कमजोर होती है, उस कारण उल्टी होती है।
- बच्चा जब ज्यादा दूध पि लेता है तब उसका पेट दूध को पचा नहीं पाता है, तो उस कारण भी उल्टी होती है।
- बच्चे को दूध पिलाने के बाद डकार (Burp) न करवाना, इस कारण भी उल्टी होती है।
- बच्चा दूध पिने के बाद तुरंत Activity करने लग जाना।
बच्चा दूध पीने के बाद उल्टी क्यों करता है? | बच्चे दूध क्यों पलटते हैं?
बच्चे को उल्टी इसलिए होती है क्युकी की जब बच्चा पैदा होता है उसका Digestive System बहुत weak या कमजोर होता है और उसको पूरी तरीकेसे Mature या Strong होने में Time लगता है।
जैसे जैसे बच्चा बढ़ा होता है उसी के साथी उसका Digestive System भी Strong होते जाती है। जब बच्चा 1 साल का होने लगता है उस दौरान उसका Digestive system काफी हद तक Mature हो जाता है और 6-8 महीनो के दौरान जब बच्चा बैठने भी लग जाता है तब ये Problem धीरे धीरे कम होती हुई दिखाई देती है।
क्योंकि तब तक उसका Digestive System Mature होने लगता है पर उससे पहले उसका Digestive System काफी कमजोर होता है और बच्चा इतनी बार दूध पिता है और कही बार बच्चे का पेट दूध को पचा नहीं पाता और उसी के कारण उसको वापस निकल देता है।
और कही बार ऐसा होता है की दूध पिने के बाद बच्चा काफी Activity कर देता है या खेलने लग जाता है तो उसके कारण भी बच्चे को उल्टी होती है।
बच्चे को उल्टी होना बंद कब होता है?
- जैसे जैसे बच्चा बैठना शुरू कर देता है वैसे ही धीरे धीरे उल्टी होने की Problem कम होते जाती है।
- 50% बच्चो का उलटी करने का Problem 6 महीने तक चला जाता है।
- 75% बच्चो का उल्टी करने का प्रॉब्लम 8 से 9 महीने के बिच चला जाता है।
- और Maximum 90% से 95% बच्चो का ये Problem 1 साल तक पूरा चला जाता है।
सबसे पहले तो अगर बच्चा उल्टी करता है तो आपको टेंशन बिलकुल भी नहीं लेना है। क्योकि ये NORMAL है लेकिन कुछ बाते है जो आप सही से ध्यान देनी है ताकि बच्चे हो उल्टी होने के Time आसानी होगी और उल्टी भी कम होंगी।
- दूध पिलाने के बाद या Feeding करवाने के बाद Baby को 20 मिनट तक Up-Right Position यानि की सीधा ही पकड़ के रखे।
- दूध पिलाने के बाद बच्चे को कोई Activity ना करने दे या उसको खेलने न दे।
- बच्चे को छोटी और Regular Feed करवाए। कभी कभी क्या होता है की जब हम बच्चे को Bottle से दूध पिलाते है तब हम एक ही बार में बहुत सारा दूध दे देते है और हमे नहीं पता होता है की Baby को भूक कितनी है और बच्चे को नहीं पता होता है की दूध पीना रोकना कब है उस वजेसे बच्चा ज्यादा दूध पि लेता है और उसका पेट वह दूध Digest या पचा नहीं पता है इसी लिए दिन भर में बेबी को थोड़ा थोड़ा दूध Regular पिलाते रहे। ऐसा करने से आपको काफी फरक दिखाई देगा।
- यदि आप बच्चे को फार्मूला मिल्क (Formula Milk) दे रहे है तो आप वह फार्मूला (Formula) Change करके देखे। कभी कभी कोई फार्मूला (Formula) Hard होता है बच्चे के लिए Digest करना। अगर आपके बच्चे को बार बार उल्टी हो रही है और आपका बच्चा फार्मूला मिल्क (Formula Milk) पिता है तो आप फार्मूला मिल्क (Formula Milk) Brand Change करके देख सकते है।
- Baby को डकार जरूर दिलवाओ। अगर आपका Baby डकार नहीं ले रहा है तो परेशान होने की बात नहीं है कई बच्चे होते है जो डकार नहीं लेते है पर फिर भी खाना बराबर Digest कर लेते है वह भी Normal है लेकिन कोशिश करो की आप बच्चे को डकार जरूर दिलवा सके।
- आपको बच्चे का उलटी होने का Pattern लिख के रखना है। जैसे की क्या आपका बच्चा दूध पिने के बाद तुरंत उल्टी कर रहा है, क्या फार्मूला मिल्क पिने के बाद उलटी कर रहा है, दूध पिने के बाद तुरंत कुछ Activity करे तो उल्टी कर रहा है ये सब आप Note Down करे ताकि आपको Problem कहा है ये समाज में अये और उसको आप सुधार सको।
आपको कब डॉक्टर के पास जाना चाहिए?
- अगर आपका Baby काफी ज्यादा उल्टी कर रहा हो और Baby का Weight नहीं बढ़ रहा है तो आपको डॉक्टर को जरूर Consult करना चाहिए। पहले साल में बच्चे का Weight बढ़ने के तरफ ही होना चाहिए। चाहे वह थोड़ा ही बढे पर Baby का Weight बढ़ना चाहिए। 6 महीने में बच्चे का weight, Birth Weight से Double होना चाहिए। 1 साल तक Baby का Weight 10 kg से 12 kg के आस पास होना चाहिए। अगर धीरे धीरे Baby का Weight बढ़ रहा है तो कोई Problem नहीं है यदि Weight बढ़ना रुक गया है तो एक Concern की बात होती है।
- अगर उल्टी करते समय आपका बच्चा काफी बैचेन हो जाता है या ऐसा लगता है की उसके पेट में मरोड़े पढ़ रहे है या उल्टी जैसा कर रहा है तो आपको डॉक्टर को जरूर बताना चाहिए ये एक परेशानी की बात हो सकती है।
तो ये थी नवजात शिशु या बच्चों में उल्टी होने और उल्टी रोकने के उपाय के बारे में जानकारी। मुझे उम्मीद है की आपको ये लेख पसंद आये और आशा करती हूँ आपको इससे लाभ होगा।
यदि आपके मन में इस विषय के बारे में कुछ संदेह (Doubts) रहेंगे कुछ शंकाए रहेंगी तो Comment Box में जरूर लिखिए हम आपके प्रश्नो (Questions) का उत्तर (Answer) देने की जरूर कोशिश करेंगे।
2 Comments
Me apne bacche ko formula milk pilati hu or usako ek hi bar me bahut jiyada dudh ult deti h or thodi si bechen bhi rheti h yese me mujhe kuch samjh me nhi a rha hai ki me kya kru
formula milk ka brand change krke dhekh sakto ho aap