संतान प्राप्ति के लिए हर कोई प्रयत्न करता है। लेकिन कुछ प्रतिशत Couples को संतान प्राप्ति में बहुत कठिनाईया होती है। उनके के लिए ओवुलेशन एक महत्वपूर्ण बात होती है क्योंकि निषेचन या फर्टिलाइजेशन, ओवुलेशन पे निर्भर होता है। ऐसेमे Couples को निषेचन (Fertilization) के लक्षण जानने की ज्यादा उत्सुकता होती है।
यहाँ में आपके साथ ओवुलेशन (ovulation) के बाद निषेचन (Fertilization) के लक्षनो के बारेमे जानकारी शेयर कर रही हु। आशा करती हु आपको इससे लाभ होगा। लेकिन उससे पहले आपको कुछ बाते भी जानना जरुरी हैं।
निषेचन यानि फर्टिलाइजेशन (Fertilization) क्या होता है?

निषेचन यानि फर्टिलाइजेशन (Fertilization) एक प्रक्रिया होती है जिसमे अगुणित युग्मकों (haploid gametes), अंडा (egg) और शुक्राणु (sperm) का मिलन होता है द्विगुणित युग्मज (diploid zygote) बनाने के लिए।
फर्टिलाइजेशन (Fertilization) यानि निषेचन कैसे होता है?
पीरियड के शुरुवात (Starting) से ही, पाहिले दूसरे दिन से ही एक अंडा (Egg) बढ़ा होना शुरू हो जाता है उसको हम फॉलिकल (follicle) बोलते है।
जब अंडा (egg) 20 mm के Size का बन जाता है उसके बाद ये Egg रिलीज़ (Release) हो जाता है यानि फट जाता है उसको हम ओवुलेशन (Ovulation) बोलते है।
ओवुलेशन के बाद अंडे को हमारे फॉलोपियन ट्यूब (Fallopian Tube) Capture करने की यानि पकड़ने की कोशिश करती है और फॉलोपियन ट्यूब में आके वो अंडा (Egg) बैठ जाता है।
Ovulation होने के बाद १८ से २० घंटो के अंदर उसका जब स्पर्म यानि शुक्राणु के साथ मिलान होता हैं तब फर्टिलाइजेशन (Fertilization) यानि निषेचन होता है।
निषेचन कब होता है (Nishechan Kab Hota Hai)? | फर्टिलाइजेशन कब होता है?
ओवुलेशन (ovulation) होने के बाद अंडा (egg) सिर्फ १८ से २० घंटे के लिए जिन्दा रहता है उसका फलित होने का पोटेंशियल (Potential) सिर्फ 18 से 20 घंटो का ही रहता है उसी दौरान उसका Sperm यानि शुक्राणु के साथ मिलन होगया तोहि निषेचन होने के Chances होते है।
फर्टिलाइजेशन ओवुलेशन (डिंबोत्सर्जन) के कितने दिन बाद होता है?
फर्टिलाइजेशन ओवुलेशन होने के १८ से २० घंटे में होता है यानि ओवुलेशन के बाद एक दिन के अंदर ही फर्टिलाइजेशन हो जाता है।
निषेचन के बाद क्या होता है?
निषेचन होने के बाद निषेचित अंडा तेजी से बढ़ने लगता है, यह एक जैसी कई कोशिकाओं में विभाजित होता है और फैलोपियन ट्यूब को छोड़कर बहकर नीचे आता है और निषेचन के 3 से 4 दिन बाद गर्भाशय में प्रवेश करता है और वह खुद को गर्भाशय की मोटी परत से जोड़ लेता है जिसे प्रत्यारोपण कहा जाता है।
निषेचन के कितने दिन बाद रोपण की क्रिया होती है? | Nishechan Ke Kitne Din Daad Aropan Ki Kriya Hoti Hai?
निषेचन के 5 से 6 दिन बाद रोपण की क्रिया होती है।
क्या होता है जब अंडे का निषेचन नहीं होता?
ओवुलेशन होने के बाद समजो १८-२० घंटो में स्पर्म के साथ अंडे का मिलन या निषेचन नहीं हुआ तो आने वाले १४ दिनों के बाद पाकी माहवारी या मासिक धर्म शुरू हो जाता है यानि आपको पीरियड्स आ जाते है।
ओवुलेशन (Ovulation) के बाद निषेचन (फर्टिलाइजेशन) के लक्षण | ओवुलेशन के बाद प्रेगनेंसी के सिम्पटम्स | गर्भ ठहरने के लक्षण
- Missed Period – मासिक धर्म (माहवारी ) का न आना | Period Miss Ho Jana
- Less Period flow – मासिक धर्म (माहवारी) के समय हल्कासा फ्लो होना
- Nausea and Vomiting – जी मिचलाना और उल्टी होना
- Craving and Mood Swing – खाने की इच्छा होना और मन बदलना
- Raised basic body temperature – शरीर का बुनियादी तापमान बढ़ जाना
- Constipation – कब्ज़ होना
- Sore, Tender and Heavy Breast – स्तन भरी लगना और पीड़ादायक होना
- Frequent Urination – लगातार पेशाब आना
- Stomach Ache – पेट में दर्द होना
- Back Pain – पीठ में दर्द होना
- Tiredness – थकान होना
- Headache – सर में दर्द होना
ध्यान रहे की ये लक्षण सभी महिलाओ में होते ही है ऐसा नहीं होता। इन मेसे कही लक्षण कही महिलाओं में होते है और दूसरे लक्षण बाकि महिलाओं में होते है। ये केवल संदर्भ उद्देश्य के लिए दिए है। बाकि जानकारी के लिए आपको डॉक्टर की सलाह लेनी जरुरी हैं।
अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल (Frequently Asked Questions In Hindi)
सभी महिलाओं की पीरियड साइकिल अलग अलग होती हैं इसी लये ओवुलेशन की स्तिथि भी अलग होती हैं। आमतौरपर ओवुलेशन आपके अगले पीरियड डेट के १२ से १४ दिन पहले होता हैं। तो आप उस हिसाब से अंदाज लगा सकती है की आपके पीरियड के कितने दिन बाद ओवुलेशन होगा।
प्रेगनेंसी के लक्षण ओवुलेशन होने के बाद १२ से १४ दिन में दीखते है.
ओवुलेशन सिर्फ १८ से २० घंटो के लिए रहता है।
ओवुलेशन के बाद प्रेगनेंसी Detect करने में कम से कम १२ दिन लगते है।
ओवुलेशन पीरियड मासिक धर्म (Period Cycle) के कुछ दिन होते हैं जिन दिनों में गर्भधारण होने की संभावना ज्यादा होती हैं। इसमें ओवुलेशन होने से पहले के तीन दिन और ओवुलेशन होने के बाद का एक दिन ऐसे कुलमिलाकर चार दिनों का ओवुलेशन पीरियड या Most Fertile Period होता है।